
कोरोना के इस कठिन समय में आपके मन में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे। संगति की कोशिश है कि इन सवालों के जवाब आपको विषय विशेषज्ञ से लेकर बताए जाएँ। समय समय पर हम आपके लिये विशेषज्ञों की राय विडीओ ऑडीओ लिखित मैसिज के तरह से लाते रहे हैं। इस सिलसिले में ये 10th कड़ी है।
अपने सवाल हमें लिख भेजें;
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आपके सवालों के जवाब हफ़्ते में एक बार प्रसारित किए जाएँगे, आप इस प्रसारण को फ़ोन पर या लैप टॉप पर बाद में भी सुन सकेंगे
संगति फाउंडेशन दिव्यांगजनों के जीवन को सुगम और अनुकूल बनाने की पहल है।
This is 10th part of Sangati’s Coping with Corona series.
Pooja’s Pointers #MentalHealthSchedule #Lockdown
लॉक डाउन मानसिक स्वास्थ्य के लिए मुश्किल समय है , 5 टिप्स जो मैं आज से करने वाली हूँ, शायद आपके भी काम आएं –
– रोज़ 3-4 अलग परिचित लोगों को बस मैसेज कर के हाल चाल जान लें (अनजान लोगों और महिलाओं को ख़ास कर मैसेज कर परेशान न करें ) किसी को आवश्यकता हो तभी कॉल करें , उनकी सुविधा का भी ख्याल करें
– एक ग्रेटिटयूड (शुक्राना) की लिस्ट रोज़ बनाएं – 5 चीज़ें जिसके लिए आप उस दिन शुक्रगुज़ार हैं
– इस मुश्किल समय में भी जो आपके घर तक ज़रूरत का सामान या सेवा पहुंचा रहे हैं ( सफाई कर्मचारी, डिलीवरी स्टाफ, सिक्योरिटी गार्ड) उन्हें सोशल डिस्टैन्सिंग बनाये रखते हुए , 6 फ़ीट की दूरी से धन्यवाद कहें (मुँह से या हाथ जोड़ के) , उन्हें कोई मदद कर सकें तो करें
– थोड़ा समय बाहर,छत, बालकनी , दरवाज़े/गेट पर अवश्य बिताएं , पड़ोसी से दूर से गप्पें लड़ा सकते हैं
– वीडियो, सोशल मीडिया से परे ऑडियो किताबों , रेडियो , पॉडकास्ट , संगीत सुनने की कोशिश करें ( व्हाट्सप्प वाले चमत्कारी ऑडियो नहीं )
Pooja Priyamvada , one of country’s top mental health bloggers, has shared advice . Pooja is an awarded bi-lingual blogger, author, columnist, professional translator and online content and Social Media consultant. She also offers psychological first aid in India, and has been associated with reputed national and international online addresses.
Her translation titled A Night in the Hills, a collection of short stories by Manav Kaul has been published by Westland Books in 2019. She has also authored 2 ebooks Mental Health: A Primer available on Amazon Kindle, and Papa & I available on Blogchatter. She is herself a mental health survivor and lives with fibromyalgia which makes her concerns about psycho-social and invisible disabilities personal.
पूजा प्रियंवदा एक अनुवादक, लेखक, ऑनलाइन कंटेंट सलाहकार एवं द्विभाषी ब्लॉगर हैं। वे अनेक अंतरराष्ट्रीय एवं भारतीय वेबसाइट और न्यूज़ साइट के लिए लिखती हैं। उन्होंने मानव कौल की पुस्तक “प्रेम कबूतर” का अंग्रेजी अनुवाद किया है और “मेन्टल हेल्थ: ए प्राइमर”, और “पापा एंड आई” दो इ- पुस्तकों की लेखक हैं। इसके अतिरिक्त वो भारत में साइकोलॉजिकल फर्स्ट ऐड/ मनोविज्ञान सम्बन्धी प्राथमिक मदद भी देती हैं तथा विकलांगता अधिकारों , यौनिक शोषण और समानता, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, माहवारी जागरूकता, सेक्स एजुकेशन जैसे अनेक विषयों पर निजि तौर से और अनेक संस्थाओं के साथ जुड़ी हैं। पूजा स्वयं मानसिक स्वास्थ्य और फ़िब्रोम्याल्जिया से जूझती रही हैं और इन अनुभवों ने उन्हें अदृश्य विकलांगता और मानसिक स्वास्थ्य पर काम करने के लिए प्रेरित किया है
Her Twitter handle is @Soulversified